तुम कभी अपना वादा तोड़ न पाओगे
क्योंकि मेरी श्रद्धा है अडिग
तुम मुझे कभी अलविदा कह न सकोगे
क्योंकि मेरी प्रतीक्षा है अनंत
तुम कभी मेरे सपने छीन न सकोगे
क्योंकि मेरी आँखों का बहाव है असीमित
तुम मुझे कभी हरा न पाओगे
क्योंकि मेरी झुकने की क्षमता है अनंत
क्योंकि मेरी श्रद्धा है अडिग
तुम मुझे कभी अलविदा कह न सकोगे
क्योंकि मेरी प्रतीक्षा है अनंत
तुम कभी मेरे सपने छीन न सकोगे
क्योंकि मेरी आँखों का बहाव है असीमित
तुम मुझे कभी हरा न पाओगे
क्योंकि मेरी झुकने की क्षमता है अनंत